बरेली। आज शाम मगरिब की नमाज़ के बाद लोगों ने आसमान में चांद देखने की कोशिश की। लेकिन माह-ए-रमज़ान के चांद के दीदार नही हुए। और न ही दिल्ली,लखनऊ और बरेली के आसपास जिलों में चांद देखे जाने की कोई इत्तेला मिली। जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय महासचिव काज़ी ए हिंदुस्तान के दामाद फरमान मियां ने बताया कि बरेली मरकज़ पर कही से भी चांद न देखे जाने की पुष्टि होने पर ऐलान किया कि पहला रोज़ा अब 02 मार्च इतवार का होगा। और हफ्ते से तरावीह की नमाज़ से शुरू होगी। जो ईद के चांद रात तक जारी रहेगी।
उन्होंने बताया कि मगरिब के बाद से ही दरगाह व मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में चांद देखने की कोशिश की गई। लेकिन देश की राजधानी दिल्ली, लखनऊ समेत बरेली के आसपास के किसी भी जिलों से चांद न देखे जाने की पुष्टि होने पर दरगाह आला हज़रत स्थित मरकज़ी दारुल इफ्ता पर काज़ी-ए-हिंदुस्तान मुफ़्ती असजद मियां की सरपरस्ती में मरकज़ी रूहते हिलाल कमेटी की बैठक में ऐलान किया गया कि पहला रोज़ा 02 मार्च इतवार का होगा। बैठक में मुफ़्ती कौसर अली,मुफ़्ती अब्दुर्रहीम नश्तर फारुखी,मौलाना सय्यद अज़ीम, आदि मौजूद रहे।
