बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली कॉलेज में छात्र राजनीति एक बार फिर उग्र रूप लेती नजर आई जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के महानगर मंत्री आनंद कठेरिया पर जानलेवा हमला करने, जातिसूचक गालियां देने और धमकी देने का गंभीर आरोप सामने आया। पीड़ित ने इस हमले के लिए समाजवादी छात्रसभा के पदाधिकारियों और उनके समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है।
यह घटना 14 जून को बरेली कॉलेज के पिछले पूर्वी गेट पर हुई। आनंद कठेरिया का आरोप है कि समाजवादी छात्रसभा के जिलाध्यक्ष अविनाश मिश्रा, छात्र नेता निखिल राजपूत और अनिकेत शर्मा उर्फ लल्ला समेत 12 से अधिक युवक उन्हें घेरकर जान से मारने की धमकी देने लगे। पीड़ित ने बताया कि आरोपी युवक फॉर्च्यूनर कार और मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए थे, उनके हाथों में धारदार हथियार और अवैध तमंचे भी थे।
आनंद ने आरोप लगाया कि छात्र नेता निखिल राजपूत ने उन्हें जातिसूचक गालियां देते हुए कहा, “साले धानुक, तू हमें दलाली करने से रोकेगा?” वहीं अविनाश मिश्रा ने धमकी दी, “तू हमारी बराबरी नहीं कर सकता, जान से मार देंगे।” अनिकेत शर्मा ने कथित रूप से तमंचा लहराते हुए उन्हें खुलेआम धमकी दी कि अगर वह कॉलेज कैंपस में छात्र राजनीति करते रहे, तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा।
पीड़ित आनंद ने बताया कि वह अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय से आते हैं और कॉलेज में छात्र राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने रविवार को बारादरी थाने में एफआईआर के लिए आवेदन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद ABVP के सैकड़ों कार्यकर्ता गुरुवार को थाने पहुंचे और प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
पुलिस ने अब पीड़ित की तहरीर के आधार पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडे ने कहा कि सभी आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और दोषियों पर जल्द सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने बरेली की छात्र राजनीति में जबरदस्त तनाव पैदा कर दिया है। ABVP और समाजवादी छात्रसभा के बीच टकराव की स्थिति बन गई है, जिससे कॉलेज का माहौल और अधिक गर्माया हुआ है। विद्यार्थी परिषद का कहना है कि यह सिर्फ एक छात्र की नहीं, पूरे समाज की लड़ाई है और हर वर्ग के छात्र को राजनीति करने का अधिकार है।
