813वें ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ के उर्स की तैयारियां शुरू, 27 दिसंबर से होगा आग़ाज़

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बरेली। दरगाह हज़रत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ अजमेर शरीफ़ के 813वें उर्स मुबारक की तैयारियां शुरू हो गई हैं। गरीब नवाज़ की मोहब्बत का इज़हार करने के लिये हर साल बरेली के मोहल्ला आजमनगर में बिरादराने कुरैश व आशिकाने ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ 28वां जशन ए गरीब नवाज़ 23 दिसम्बर को मनाया जाएगा। ज़ेरे सदारत क़ायदे मिल्लत हज़रत मौलाना तौकीर रजा खाँ, ज़ेरे हिमायत दरगाह वली मियां के सज्जादानशीन सोफिये मिल्लत हज़रत अनवर मियाँ,ज़ेरे निज़ामत शाएरे इस्लाम ख़तीबे मिल्लत हज़रत मौलाना फरियाद अली के अलावा शहरभर के अकीदतमंद जलसे में शामिल होते है,उलेमा इकराम तकरीरों और नातो मनकबत की महफ़िल के ज़रिए सुल्तान ए हिन्द ख्वाजा गरीब नवाज़ मोइनुद्दीन चिश्ती साहब की करामातों और शख्सियत को बयां करते हैं।

जलसे के मीडिया प्रभारी हाजी परवेज़ कुरैशी व बिलाल कुरैशी हाजी इसरार कुरैशी ने बताया कि आजमनगर के हज़रत बहादुर शाह वली रोड़ स्थित जलसा 23 दिसम्बर को बाद नमाज़े इशा होगा,ताजदारे ख़िताबत हज़रत अल्लामा गुलाम रब्बानी इलाहाबादी,शायरे इस्लाम सैफ अली कानपुरी,कारी रेहान रज़ा शाहजहांपुरी,साजिद रज़ा बरेलवी आदि उलेमा रहेगे।समाजसेवी पम्मी खाँ वारसी ने कहा कि 6 जनवरी को दोपहर एक बजे मस्जिद नोमहला शरीफ़ में कुल शरीफ़ की महफ़िल होगी।इसी तरह शहरभर की इबादतगाहो,खानकाहों,मस्जिदों के अलावा घरो में भी नज़र पेश की जाएगी। अजमेर शरीफ़ की दरगाह से उर्स का प्रोग्राम जारी हो गया है। जिसके मुताबिक 813 वाँ उर्स-ए-हज़रत ख़्वाजा गरीब नवाज़ अजमेर शरीफ मुबारक

पहली रजब से 9 रजब 1446 हिजरी 27 दिसंबर 2024 परचम कुशाई से उर्स का आगाज़।
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6 जनवरी 2025 छटी-शरीफ
क़ुल की सालाना फ़ातिहा और जन्नती दरवाज़ा बंद रहेगा
9 जनवरी 2025 बड़ा कुल शरीफ
उर्स अजमेर शरीफ की दरगाह पर 813 वां उर्स मनाया जाएगा।

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