BAREILLY
क्या सौग़ात में नफ़रत के इलाज की पुड़िया भी शामिल है :मौलाना अब्दुल्लाह रज़ा कादरी
क्या मुसलमानों के अलावा सड़क पर किसी और धर्म के लोग कोई धार्मिक गतिविधि नहीं करते ?
बरेली।
नबीरा-ए-आला हज़रत व ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष वा अध्यक्ष आलाहज़रत वेलफेयर ट्रस्ट मौलाना अब्दुल्लाह रज़ा क़ादरी ने बयान जारी कर सवाल पूछा है कि देश में बांटे जा रहे सौग़ात के पैकेट में नफ़रत के इलाज की पुड़िया भी शामिल है ? उन्होंने कहा कि आए दिन सत्ताधारी दल के नेता और यहाँ तक कि पुलिस अधिकारी भी मुसलमानों के ख़िलाफ़ नफ़रत भरे बयान दे रहे हैं और दूसरी तरफ़ सौग़ात का पैकेट थमाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सही मायने में मुल्क को कोई सौग़ात देनी है तो सभी नागरिकों की सुरक्षा और तरक़्क़ी पर ध्यान देना चाहिए। नबीरा-ए-आला हज़रत ने कहा कि देश की समस्याएं ईवेन्ट मैनेजमेंट से नहीं बल्कि सही नीयत और इरादों से दूर होंगी।
मौलाना अब्दुल्लाह रज़ा क़ादरी ने कहा कि होली के मौक़े पर उत्तर प्रदेश में पुलिस के एक अधिकारी ने खुल्लमखुल्ला नफ़रत फैलाने वाला बयान दिया था। उस पर कार्रवाई के बजाय सत्ताधारी नेताओं ने उसकी पीठ थपथपाई। इसी का नतीजा है कि अब मेरठ से एक और अधिकारी ने नमाज़ और नमाज़ियों से अपनी नफ़रत का खुलकर इज़हार किया है। इस अधिकारी ने तो यहाँ तक कह दिया कि सड़क पर नमाज़ पढ़ने वालों के ख़िलाफ़ रिपोर्ट दर्ज की जाएगी, उनको गिरफ़्तार किया जाएगा और उनका पासपोर्ट भी ज़ब्त किया जाएगा। क्या इस अफ़सर के पास इतना अधिकार है कि ये सारी कार्रवाई कर सके ? आख़िर इन अधिकारियों को इतनी छूट किसने दी है ? नबीरा-ए-आला हज़रत ने यह सवाल भी उठाया है कि क्या देश में मुसलमानों के अलावा सड़क पर किसी और धर्म के लोग कोई धार्मिक गतिविधि नहीं करते ? अगर नियम लागू करना है तो सबके लिए करना चाहिए।
नबीरा-ए-आला हज़रत ने कहा है कि आज मुल्क के हालात किसी से छुपे नहीं हैं। मुसलमानों के साथ खुलेआम ज़ुल्म हो रहा है। रास्ता चलते क़त्ल किया जा रहा है, जेलों में डाला जा रहा है, इबादतगाहों के ख़िलाफ़ साज़िशें रची जा रही हैं, नबी-ए-करीम और क़ुरान-ए-पाक की बेअदबी की जा रही है, मुसमलानों के घरों पर बुलडोज़र चलाया जा रहा है। ऐसे में ईद पर सौग़ात का पैकेट बाँटना किसी बड़े ज़ख़्म पर बैन्ड-एड लगाने जैसा ही है। बेहतर हो कि मुल्क के सभी नागरिकों की सुरक्षा, रोज़गार और तरक़्क़ी के लिए सच्चे दिल से काम किया जाए ताकि सही मायने में पूरे मुल्क को अमन और चैन की सौग़ात मिले।
मौलाना अब्दुल्लाह रज़ा क़ादरी ने कहा कि भाजपा हमेशा मुसलमानों की मदद को तुष्टीकरण कहा करती थी और आज मस्जिदों से ईद का सामान बांटने पर उतारू है। यह खुल्लमखुल्ला एक राजनीतिक दल का प्रोपागंडा है जिसके लिए मस्जिदों का इस्तेमाल नहीं होने दिया जा सकता। चुनाव आयोग और न्यायपालिका तक को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
मौलाना अब्दुल्लाह रज़ा कादरी
युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी व अध्यक्ष आलाहज़रत वेलफेयर ट्रस्ट
दरगाह ए आलाहज़रत बरेली शरीफ
