BAREILLY
मोहर्रम की तैयारियां शुरू
इस्लामिक नया साल 1447 हिजरी की शुरू होने जा रही है।
बरेली। मोहर्रम की तैयारियां इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने, मुहर्रम,के दौरान की जाती हैं,यह महीना इमाम हुसैन इब्न अली और कर्बला की जंग की शहादत की याद में मनाया जाता है,जो करबला की जंग 61 हिजरी (680 ई.) में शहीद हुए थे।इस साल कलेण्डर के मुताबिक 27 जून को मोहर्रम की पहली तारीख 1447 हिजरी होगी,6 जुलाई को यौमे अशूरा मनाया जाएगा।बाकी चाँद दिखने के मुताबिक तारीख़ तय होगी।मोहर्रम की तैयारियों को लेकर इमामबाड़े में रंग पुताई,साफ सफाई की शुरुआत हो चुकी है,मलूकपुर पुलिस चौकी स्थित फतेह निशान खुर्शीद ख़ाँ का इमामबाड़े में पुताई का काम शुरू हो गया है,सुभाष नगर के मोहल्ला पुरवा बब्बन ख़ाँ स्थित चुम्मन बी का पुश्तेनी इमामबाड़ा 5 मोहर्रम को सजाया जायेगा, चुम्मन बी के इमामबाड़े में बड़ी तादाद में अकीदतमंद आते है और मन्नते मुरादे मानते है।जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी ख़ाँ वारसी ने कहा कि मोहर्रम हमें सब्र,हक़ और सच्चाई की सीख देता है,कर्बला के शहीदों की याद में सबिले लगाना,ज़रूरतमंदों की मदद,आपसी प्रेम भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए।जनसेवा टीम के अध्यक्ष एवं समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी ने कहा कि नगर निगम प्रशासन को भी साफ सफाई के लिये ज्ञापन दिया जाएगा।
मस्जिद नोमहला शरीफ़ के मुफ़्ती मोहम्मद तौहीद रज़ा क़ादरी ने कहा कि वक़िया कर्बला 61 हिजरी व मुताबिक 580ई. को हुआ ये महीना इस्लाम का पहला महीना है हज़रत इमाम हुसैन की शहादत 10 मोहर्रम को हुई,हम सबको हज़रत इमाम हुसैन के बताएं हुए रास्ते पर मज़बूती के साथ शरीअत पर कायम रहना चाहिये,नमाज़ वक़्तों अदा करे, रोज़ा रखें,कर्बला की जंग हक़ और बातिल के लिये हुई,हक़ की हिफाज़त के लिये कर्बला के मैदान पर हज़रत इमाम हुसैन सहित 72 लोग शहीद हुए।
