बरेली। रविवार रात हुई मूसलधार बारिश ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी। सतीपुर रोड स्थित नबादा शेरवानी के कक्करईया वाला कब्रिस्तान में जलभराव की स्थिति इतनी भयावह हो गई कि लगभग 4 से 5 फीट तक पानी भर गया। इसके चलते कई पुरानी कब्रें धंस गईं और करीब 7-8 शव पानी में तैरते दिखाई दिए, जिससे क्षेत्र में अफरातफरी और भय का माहौल फैल गया।
स्थानीय लोगों ने जब यह हृदयविदारक दृश्य देखा तो उन्होंने तुरंत नगर निगम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को सूचना दी। कई घंटे बीत जाने के बावजूद मौके पर कोई निगमकर्मी नहीं पहुंचा, जिससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए समाजसेवी और वरिष्ठ नागरिक डॉ. अनीस बेग स्वयं मौके पर पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने तुरंत महापौर डॉ. उमेश गौतम से फोन पर संपर्क कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। महापौर ने सहयोग का आश्वासन तो दिया, लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई भी ठोस कार्रवाई शुरू नहीं हुई थी। स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम की घोर लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की और मांग की कि कब्रिस्तान से जलनिकासी की व्यवस्था तुरंत की जाए , धंसी हुई कब्रों की मरम्मत और पुनः प्रतिष्ठा कराई जाए । स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि नगर निगम समय रहते जलनिकासी की व्यवस्था करता, तो इतनी गंभीर और असंवेदनशील घटना न होती।
