बरेली। भारत की मशहूर एफएमसीजी कंपनी बीएल एग्रो ने बीएल कामधेनु परियोजना का शुभारंभ किया। इस परियोजना का उद्घाटन भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने किया यह पहला मवेशियों की अनुवांशिकी दूध उत्पादकता और समग्र पशु स्वास्थ्य में सुधार के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और वैज्ञानिक प्रगति का लाभ उठाकर उत्तर प्रदेश में देरी और पशुधन उद्योग को बदल देगी।
इस अवसर पर बीएल एग्रो के अध्यक्ष घनश्याम खंडेलवाल बीएल एग्रो के प्रबंध निदेशक आशीष खंडेलवाल प्रमुख कार्यकारी अधिकारी लीड्स कनेक्ट सर्विसेज के चेयरमैन नवनीत रवि का भी उपस्थित थे । बीएल एग्रो के प्रबंध निदेशक आशीष खंडेलवाल ने कहा कि हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि बीएल एग्रो कामधेनु मवेशी प्रजनन और डेयरी प्रौद्योगी में सर्वोत्तम प्रथाओं के अनुसंधान प्रशिक्षण और कार्यक्रम के लिए केंद्र बिंदु के रूप में काम करेगी परियोजना में शुरुआती निवेश 1000 करोड रुपए हैं और पूरी परियोजना में पूरी क्षमता पर आने पर 3000 करोड़ रुपए खर्च करेगी हमारा मुख्य ध्यान टिकाऊ और एक सर्कुलर अर्थव्यवस्था बनाने पर रहा है जो कृषि अपशिष्ट को काम करता है और स्थानीय समुदाय को बढ़ावा देता है।
बल कामधेनु बीएल एग्रो की विस्तार योजना का एक हिस्सा है इसका उद्देश्य कृषि खाद्य पदार्थों से लेकर पर्यावरण अनुकूल डेयरी फार्मिंग तक का विकास करना है कार्यक्रम में बीएल एग्रो ने नई सहायक कंपनी लीड्स एग्री जेनेटिक्स का भी अनावरण किया यह कंपनी पशु अनुबंशी की पशुधन सुधार प्रौढ़ प्रजनन फसल जिनोमिक्स को बढ़ाने टिकाऊ और पारंपरिक प्रजनन की दिशा में काम करेगी ।
बीएल कामधेनु मवेशी प्रजनन पर ध्यान केंद्रित करेगी बीएल एग्रो के सीईओ नवनीत रविकर ने कहा प्रारंभिक चरणों में बीएल एग्रो दल कामधेनु अगले दो-तीन वर्षों में 5000 स्थानीय किसानों को लाभान्वित करेगी जैसे जैसे यह अपनी पूरी क्षमता एक उत्पादन बढ़ाएगी इससे बरेली के आसपास 20 किलोमीटर के दायरे में एक से दो लाख किसानों को लाभ होगा बीएल एग्रो स्थानीय समुदाय को उच्च दूध देने वाली गाय बेचेगा और बेहतरीन गुणवत्ता वाला चारा उपलब्ध कराएगा तथा किसानों को से दूध वापस खरीदेगा।
