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डग्गामार बसों का आतंक: बरेली से जयपुर तक खतरे की सवारी
बरेली । बरेली से जयपुर के बीच चल रही डग्गामार बसों ने केवल यात्रियों की जान के लिए खतरा बन रही हैं, बल्कि परिवहन विभाग को भी भारी राजस्व नुकसान पहुंचा रही हैं। जिलाधिकारी को संबोधित एक शिकायत पत्र में स्थानीय लोगों ने इन अवैध बसों के संचालन पर गहरी चिंता जताई है। हाजी अली ट्रैवल्स, मंसूरी ट्रैवल्स, न्यू मुस्कान ट्रैवल्स जैसी कई ट्रैवल एजेंसियों की बसें बिना पूर्ण कागजात और मानकों के सड़कों पर दौड़ रही हैं। ये बसें ओवरलोड सवारियों और सामान के साथ तेज रफ्तार में चलती हैं, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं। शिकायत में कहा गया है कि इन बसों का संचालन शाहमतगंज, फरीदपुर, रिठौरा, नवाबगंज, जादौपुर जैसे इलाकों से हो रहा है, जहां से ये बदायूं, कासगंज, हाथरस, मथुरा और जयपुर तक सवारियां ले जाती हैं।
शिकायत के अनुसार, इन डग्गामार बसों के पास न तो वैध परमिट हैं और न ही ये सुरक्षा मानकों का पालन करती हैं। पर्यटक परमिट के बावजूद ये बसें जगह-जगह सवारी भरती हैं, जो नियमों का खुला उल्लंघन है। रोजाना 30 से 40 ऐसी बसें बरेली और जयपुर के बीच आवागमन करती हैं, जो आरटीओ और पुलिस की नाक के नीचे से गुजरती हैं। हैरानी की बात यह है कि इनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। समय-समय पर अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन यह महज खानापूर्ति तक सीमित रहता है। दो-चार बसों पर कार्रवाई के बाद बाकी का अवैध संचालन निर्बाध जारी रहता है।
इन बसों के कारण होने वाले हादसों ने कई परिवारों को तबाह किया है, और भविष्य में भी बड़े हादसों की आशंका बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये बसें न केवल यात्रियों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही हैं, बल्कि परिवहन विभाग को भी लाखों रुपये का चूना लगा रही हैं। हजारों लोग रोजाना इन असुरक्षित बसों में सफर करने को मजबूर हैं, क्योंकि उनके पास अन्य साधन सीमित हैं। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि ये बसें हाईवे पर तेज रफ्तार से चलती हैं, जिससे अन्य वाहनों के लिए भी खतरा पैदा होता है।
शिकायत में मांग की गई है कि जिलाधिकारी इन अवैध ठिकानों और ट्रैवल एजेंसियों की बसों की गहन जांच करवाएं। शिकायतकर्ताओं ने निजाकत खान, सद्दाम, और मुस्तकीन जैसे लोगों के नाम भी उजागर किए हैं, जो कथित तौर पर इस अवैध कारोबार से जुड़े हैं। जनता ने प्रशासन से त्वरित और कठोर कार्रवाई की मांग की है, ताकि सड़कों पर चल रहे इस खतरे को रोका जा सके। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इन डग्गामार बसों पर लगाम नहीं कसी गई, तो बड़े हादसों की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। शिकायत करने बालों में निजाकत खान, मुस्तकीम, सद्दाम, दिलावर खान, अमान, नवी रज़ा आदि मौजूद रहे।