BAREILLY
अदनान मियाँ ने आरएसी टीम के साथ आधी रात जरूरतमंदों को सड़कों पर बांटे कम्बल
बरेली।
एक तरफ़ सारा शहर नए साल के जश्न में डूबा हुआ था और दूसरी तरफ़ कुछ नौजवान सिर्फ़ अल्लाह की रज़ा के लिए कड़ाके की ठंड में ज़रूरतमंदों की मदद के लिए सड़क पर निकल पड़े थे। नबीरा-ए-आला हज़रत व ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी (आरएसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी इन नौजवानों की क़यादत कर रहे थे। कम्बलों से भरी गाड़ियों का यह क़ाफ़िला जहाँ जाकर रुकता, वहाँ ठंड से ठिठुरते ज़रूरतमंद इकट्ठा हो जाते। देर शाम शुरू हुआ यह सिलसिला लगभग तीन बजे तक जारी रहा। इस दौरान सैकड़ों लोगों को कम्बल बांटे गए।
इशा की नमाज़ के बाद आरएसी मुख्यालय पर पदाधिकारी इकट्ठा हुए और गाड़ियों में कम्बल रखकर नबीरा-ए-आला हज़रत व आरएसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी की क़यादत में चल पड़े। चौपुला पुल के नीचे, माल गोदाम रोड, रेलवे जंक्शन, कलेक्ट्रेट के आसपास, दामोदर सेठ पार्क, कुतुबख़ाना, कोतवाली के आसपास, हज़रत शाहदाना वली के मज़ार शरीफ़, जगतपुर, सैटेलाइट बस स्टैंड सहित कई इलाकों में कम्बल बांटे गए। इस मुहिम में मोहम्मद आसिम, मुहम्मद जुनैद, हनीफ़ अज़हरी, सईद सिब्तैनी, सय्यद मुशर्रफ़ हुसैन, फ़ुरक़ान रज़ा, उवैस ख़ान, काशिफ़ रज़ा,मोहम्मद शानू, अब्दुल मुईद इशरत रज़ा आदि शामिल रहे।
इस मुहिम के बारे में नबीरा-ए-आला हज़रत ने कहा कि पैग़म्बर-ए-इस्लाम ने हमें ज़रूरतमंदों की मदद करने की सीख दी है। आरएसी की यह छोटी सी पहल इसी पैग़ाम को आम करने की एक कोशिश है। उन्होंने कहा कि जिसकी जितनी हैसियत हो उसके मुताबिक़ ज़रूरतमंदों की मदद करे। जितना हो सके कम्बल, गर्म कपड़े, लकड़ी वग़ैरह तक़सीम करें। उन्होंने प्रशासन और नगर निगम से भी अपील की है कि रैन बसेरों और अलाव का ज़्यादा से ज़्यादा इंतज़ाम किया जाए। उन्होंने कहा कि बेहतर तो यह होगा कि अफ़सर ख़ुद सड़कों पर निकलकर लोगों की ज़रूरत को समझें और पूरी करें। आरएसी की ओर से ठंड में ठिठुरते जरूरतमंदों कम्बल बांटने की यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी।
ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी आर ए सी दरगाह आला हज़रत बरेली शरीफ यू पी
