बरेली। थाना बारादरी क्षेत्र के हजियापुर निवासी इशाक अहमद का पुत्र मोहम्मद आशिक को ईद की दावत के कहकर घर से दोस्त बुला कर ले गए। 9 दिन बाद परिवार वालों को मौत की सूचना मिली परिजनों ने रज़ा एक्शन कमेटी के साथ आईजी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
मृतक के पिता इशाक अहमद ने बताया कि उसके बेटे मोहम्मद आशिक को ईद वाले दिन शाम लगभग 8 बजे रात्रि में उसके दोस्त जुबैर पुत्र नासिर निवासी हजियापुर, उमर पुत्र सगीर अहमद जोगी नवादा थाना बारादरी और कार्तिक पुत्र नामालूम निवासी खुर्रम गौटिया इशाक अहमद के घर आये और उसके पुत्र मोहम्मद आशिक को ईद की दावत देने के बहाने अपने साथ सफेद रंग की स्वफिट कार नम्वर यू.पी.25 एसी 0432 से अपने साथ ले गये इशाक का लडका रात भर वापस नही आया।
इशाक अहमद ने फोन पर सम्पर्क करने की कोशिश की लेकिन उसका फोन बन्द आ रहा था प्रार्थी ने दूसरे दिन जब जुबैर आदि से अपने लड़के के बारे में पूछ ताछ की तो उन्होने कोई सही जवाब नही दिया और इशाक अहमद के पुत्र के ढूंढने का नाटक करते रहे। प्रार्थी ने 3 अप्रैल को थाना बारादरी बरेली पर गुमशुदगी की रिपार्ट दर्ज कराई तब 9 अप्रैल को प्रार्थी को जानकारी मिली कि 31 मार्च को ही मृत्यु हो चुकी है और वह थाना शहजाद नगर जिला रामपुर की पुलिस को मृत अवस्था में सड़क किनारे पड़ा मिला था तथा पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम करवाकर लाश को दफन कर दिया है।
परिजनों का आरोप है मोहम्मद आशिक की जुबैर आदि ने हत्या की है तथा उसका मोबाइल फोन पर्स में रखे रूपये एटीएम. आदि अभिलेख आदि लूट लिये है पिता ने रज़ा एक्शन कमेटी के कार्यकर्ताओं के साथ आईजी को तहरीर देकर जुबैर आदि के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।