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राष्ट्रीय महिला आयोग ने लॉन्च किया यशोदा एआई महिलाओं के लिए पहली बार एआई साक्षरता अभियान
बरेली। भारत में महिलाओं की एआई साक्षरता और डिजिटल जागरूकता को बढ़ाने के उद्देश्य से, फ्यूचर शिफ्ट लैब के सहयोग से यशोदा एआई विकसित किया गया है।
यशोदा एआई आपकी एआई सखी, डिजिटल जागरूकता के माध्यम से नए क्षितिज की ओर का शुभारंभ 22 मई को महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली में किया गया। यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे प्रौद्योगिकी और समावेशिता के माध्यम से विकसित भारत में सार्थक योगदान दे सकें।
राष्ट्रीय महिला आयोग के नेतृत्व में यशोदा एआई अभियान भारत का पहला राष्ट्रव्यापी प्रयास है, जिसका उद्देश्य विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को कृत्रिम बुद्धिमत्ता डिजिटल सुरक्षा में आवश्यक कौशल प्रदान करना है। यह केवल प्रशिक्षण अभियान नहीं है, बल्कि एक बदलाव लाने वाली पहल है जो महिलाओं को डिजिटल दुनिया में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने, डिजिटल साक्षरता बढ़ाने, सुरक्षा सुनिश्चित करने और आत्मनिर्भरता विकसित करने के लिए आवश्यक ज्ञान और उपकरण प्रदान करती है।
यह कार्यक्रम पारंपरिक शिक्षा से आगे बढ़कर महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा करता है, जिसमें एआई-संबंधित अपराध, डिजिटल गोपनीयता और व्यावहारिक सुरक्षा रणनीतियां शामिल हैं। छात्रों, शिक्षकों और पुलिस बल की महिलाओं को सक्रिय रूप से शामिल करते हुए, यशोदा एआई अभियान सामुदायिक डिजिटल शिक्षा का एक नया मानक स्थापित कर रहा है, ताकि महिलाएं केवल भाग लेने वाली ही नहीं, बल्कि भारत के तकनीकी भविष्य को आकार देने वाली अग्रणी बन सकें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिलाओं द्वारा संचालित विकास और विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप, यशोदा एआई अभियान एक समावेशी, तकनीकी रूप से सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
अध्यक्ष विजया राहतकर ने लॉन्च इवेंट में कहा सच्चे बदलाव की शुरुआत तब होती है जब एक महिला भविष्य के उपकरणों में महारत हासिल कर लेती है। यशोदा एआई अभियान केवल तकनीक सीखने के बारे में नहीं है, बल्कि आत्मविश्वास बढ़ाने, सूचित निर्णय लेने और हर महिला को सुरक्षित और समावेशी डिजिटल कल को आकार देने का अधिकार देने के बारे में है।
