बरेली। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न मांगों को लेकर जिला अध्यक्ष मोहम्मद नदीम सिद्दीकी के नेतृत्व में जिला निर्वाचन अधिकारी को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया।
जिलाध्यक्ष मोहम्मद नदीम सिद्दीकी ने मांग की है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूती के लिए चुनावी प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता अनिवार्य है, लेकिन वर्तमान में कई बिंदुओं पर गंभीर अनियमितताएं और जनशंकाएं सामने आ रही हैं, जिनका तत्काल समाधान होना चाहिए । हम मांग करते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक वोटर डाटा को सार्वजनिक किया जाए ताकि आम नागरिक और राजनीतिक संगठन मतदाता सूची की सत्यता की जांच कर सकें।
वन प्यूपल, वन वोट” नीति को सख्ती से लागू किया जाए, जिससे एक व्यक्ति केवल एक ही विधानसभा या लोकसभा क्षेत्र में पंजीकृत हो। बिहार में हो रही एसआईआर प्रक्रिया को तत्काल वापस लिया जाए, क्योंकि यह मतदाताओं के अधिकारों का हनन कर रही है और वोटर फार्म संख्या-6 में हुई गड़बड़ियों को तत्काल ठीक किया जाए और गलत तरीके से हटाए या जोड़े गए नामों की निष्पक्ष जांच हो।
मृतक मतदाताओं की सूची अद्यतन कर सभी पात्र युवाओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों को प्राथमिकता से शामिल किया जाए। निर्वाचन संबंधी कार्यवाही में सभी राजनीतिक दलों और नागरिक संगठनों को समान रूप से जानकारी और निरीक्षण का अवसर दिया जाए। एनएसयूआई ने कहा कि लोकतंत्र की बुनियाद जनता का विश्वास है, और यह तभी कायम रह सकता है जब चुनाव निष्पक्ष, पारदर्शी और जनहितकारी हों।ज्ञापन देने बालो मे मोहम्मद हसनैन अंसारी , आसिफ अली, आफताब आलम , अरशद खान, मोहम्मद रेहान, रोहित राणा,विशाल चौधरी आदि मौजूद रहे।
