महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली ने सोमवार को अपना 22वां दीक्षांत समारोह मनाया
फिरोज खान, यूपी हेड /उत्तरप्रदेश
बरेली इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 94 मेधावियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए। राजनीतिक के छात्रों को सियासत की सीख दी।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय के 22वें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राजनीति विज्ञान के विद्यार्थी ध्यान दें।
वहां स्वच्छता, पढ़ाई, पौधरोपण के काम कराएं। देखिए, लोगों को साफ पानी मिल रहा है या नहीं। इसके बाद जाकर आपकी प्रतिष्ठा बनेगी।
गांव से जिला तक लोग जानेंगे। राजनीतिक दल आपसे संपर्क करेंगे। तब आप राजनीतिज्ञ बन सकते हैं।
राजनीति के लिए सेवाभाव की पढ़ाई जरूरी है। सेवा करोगे तो मेवा मिलेगा।
वाइब्रेंट गुजरात का जब आयोजन होता था, तब सभी प्रतिष्ठित उद्योगपति गुजरात में आकर निवेश करते थे। दो माह पहले वह मुंबई गईं तो उनकी मुलाकात टाटा से हुई थी।
एक घंटे उनके साथ चर्चा की। वह चल नहीं सकते थे, फिर भी उन्होंने समाज हित के बिंदुओं पर चर्चा की। उनका जीवन हमें सिखाता है.
कि सच्ची सफलता हमें उस समय मिलती है, जब हम अपने लाभ के साथ ही समाज की भलाई के लिए भी सोचते हैं।
सभी युवा इस मूल्य को अपनाकर अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करें।
कुलाधिपति ने कहा कि गुजरात के गिर में कई पशु चिकित्सालय हैं। ऐसे में वहां से रुहेलखंड विश्वविद्यालय का समझौता ज्ञापन कराया जाए।
वह उम्मीद करती हैं कि एनआईआरएफ में विश्वविद्यालय टॉप-100 में आएगा। अभी 70 विदेशी विद्यार्थी आए हैं। अच्छी रैंक आने से यह संख्या और बढ़ेगी।
समारोह में कुलाधिपति के भाषण से पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने अपने भाषण में विकसित भारत का जिक्र किया।
इस पर कुलाधिपति ने तंज कसते हुए कहा कि, भारत विकसित देश बनने की ओर बढ़ रहा है, इसमें आपकी अहम भूमिका होनी चाहिए।
अभी हमारे दोनों मंत्रियों ने कहा कि मैं बाद में, राष्ट्र पहले। वहीं जब बात एमपी बनने की आती है.
तो पहले मैं, जिला पंचायत का जिक्र आता है तो मैं और मेरी पत्नी।
मेयर का चुनाव आता है तो भी मैं। ऐसे में ज्यादातर जगह मैं ही पहले आता है।
94 मेधावियों को मिले स्वर्ण रुहेलखंड विश्वविद्यालय का 22वां दीक्षांत समारोह अटल सभागार में आयोजित हुआ।
इसका फेसबुक और यूट्यूब पर सजीव प्रसारण किया गया, जिसे करीब 500 कॉलेजों में देखा गया।
समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 94 मेधावियों को स्वर्ण पदक और 187 शोधार्थियों को शोध उपाधि प्रदान की। डिजीलॉकर पर अपलोड किए गए डिग्री, मार्कशीट व उपाधि को प्रदर्शित किया गया।
