कोर्ट ने निरस्त किया फर्जी मुकदमा

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

BAREILLY

कोर्ट ने निरस्त किया फर्जी मुकदमा

बरेली। फर्जी मुकदमा पैसा कमाने का जरिया बनता जा रहा है। इसी कडी में मैथोडिस्ट चर्च इन इंडिया की रीजनल काफ्रेंस के पादरी एल्बर्ट ने विशप मंडल इंटर कालेज से जुडे प्रबंनधन एवं तत्कालीन प्रधानाचार्य के खिलाफधारा 175/3 बीएनएस के तहत सीजेएम कोर्ट में बाद दायर किया था। कोर्ट की विवेचना में बाद आधारहीन पाया गया और उसे निरस्त कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार विशप मंडल इंटर कालेज में लगने वाली नुमाईश, शादी समारोह व तिब्बत बाजार से होने वाली आमदनी को प्रबंधक सुनील कुमार मैसी, प्रधानार्य जगमोहन सिंह, पादरी विजय हैरीसन, पादरी परमिन्दर मैसी, अध्यक्ष डा. अनिल कुमार ने अपने निजी हित में उपयोग किया है। उक्त के परिपेक्ष्य में कोर्ट ने पुलिस से जानकारी मांगी जिस पर ऐसा कुछ भी न पाए जाने पर साक्ष्यों के अभाव में कोर्ट ने यह कहते हुए की उक्त लोगों पर लगाए गए आरोप निराधार व आधारहीन हैं इसलिए प्रार्थना पत्र निरस्त किया जाता है। बताया जाता है की मैथोडिस्ट चर्च में गड़बडी तो होती रही हैं परंतु ऐसा कोई भी व्यक्ति अब तक सामने नहीं आया है। जो चर्च एवं समाज के उत्थान के लिए कार्य करता हो। यहां यह भी कहना उचित होगा की आज कल कुछ लोगों को कोर्ट एवं प्रशासन में फर्जी शिकायत दर्ज कराकर वसूली करने की आदत में सुमार हो चुका है। पूरा मामला बता दे की पास्टर अल्बर्ट बेंजामिन को टर्मिनेट कर दिया गया है उसकी रंजिश मानते हुए कभी तो वह सीजेएम कोर्ट में कभी तो एसपी के और कभी तो डीएम के वहां लगातार चक्कर काट रही हैं पास्टर अल्बर्ट बेंजामिन का कहना है कि मुझे सैलरी नहीं मिलती सवाल यह भी उठना है कि यदि सैलरी नहीं मिलती तो घर का खर्चा और कोर्ट का खर्चा कैसे चल रहा है सूत्रों की माने तो जानकारी मिली है कि उनकी खुद की भी मिशन में जमीन है जो कि उनके माता-पिता को दे रखी थी सूत्रों की माने तो जानकारी मिली है कैंट चर्च के पादरी अल्बर्ट बेंजामिन को टर्मिनेट कर दिया लेकिन वहां से फिर भी जाना नहीं चाह रहा इस वजह से वह ऐसी हरकतें कर रहा है और कुछ पैसे का और जमीन का भी लालच है।

Leave a Comment

और पढ़ें

Buzz Open / Ai Website / Ai Tool