बरेली। परशुराम सेना ने कांचा गचीबावली जंगल को काटने के विरोध में सड़क पर उतर आई है। आज परशुराम सेना ने कलक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शनकर महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा है। इस मौके पर परशुराम सेना ने बताया कि तेलांगना के हैदराबाद में स्थित कांची गचीबावली जंगल को तेलंगाना सरकार आईटी व इंफस्ट्रक्चर विकास के नाम से नष्ट करना चाहती है, जबकि कांची गचीबावली जंगल 400 एकड़ में फैला हुआ है। वह जंगल हैदराबाद के वासियों के लिए ऑक्सीजन सप्लायर का कार्य करती है ।
ऐसे में तेलांगना सरकार जंगल को उजाड़ कर पर्यावरण को नष्ट करने का कार्य कर रही है एवं उसमें रह रहे जीव जतुओं को उनके जंगलो से बेघर करने का कार्य कर रही है। जिसे जय परशुराम सेना बर्दाशत नहीं करेगी। पर्यावरण को रोकने के लिए देशभर में पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है और बड़े स्तर में वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है। हालांकि तेलंगाना सरकार की मंशा पर्यावरण को बचाना नहीं अपितु पर्यावरण को नष्ट करना है।
आईटी व इंस्फ्रास्टक्चर के लिए अन्य कोई जमीन की तलाश कर सकते हैं और वह कहीं पर भी बनाया जा सकता है। उसके लिए किसी जंगल अथवा पर्यावरण को नष्ट करने की आवश्यकता नहीं है।इस मौके पर जय परशुराम सेना ने अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि तेलंगाना सरकार को हैदराबाद स्थित कांचा गचीबावली जंगल में बनने जा रहे आईटी व इंफास्ट्रक्चर पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। साथ ही तेलंगाना सरकार द्वारा गचीबावली जंगल में हुए अब तक के नुकसान की भरपाई करते हुये कांचा गचीबावली जंगल में पुनः वृक्षारोपण का कार्य किया जाए। ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय अर्जुन गुप्ता , माला गुप्ता, अमित गुप्ता ,आशीष सिंह आदि मौजूद रहे।