मोअज़्ज़म बेग, बरेली दर्पण इंडिया। आईएमए हॉल में अछूत नानी, जीवन दायनी पुस्तक का विमोचन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुस्तक के लेखक नरेश बाबू वाल्मीकि, डॉक्टर अनीस बेग और राधा वाल्मीकि रहे।
इस दौरान लेखक नरेश बाबू वाल्मीकि ने बताया कि बाबा साहब का जीवन अविस्मरणीय है। उन्होंने समाज के लिए जो कार्य किए हैं उन्हें हम सदा याद रखेंगे। पहले जो दादी नानी छोटे बच्चों की घाटी किया करती थीं और बाद में उन्हीं को अछूत बोलकर घर के बाहर खड़ा कर दिया जाता था। बाबा साहब ने ऐसे लोगों को समाज में सम्मान दिलवाया।
वहीं डॉ अनीस बेग ने कहां कि हमें समाज में आर्थिक स्तर को बढ़ाना है और हमें समाज में देने वाला बनना चाहिए ना कि लेने वाला। देने वाला बनकर ही हम समाज का हित कर सकते हैं। हमें अपने आर्थिक स्तर पर जोर देना चाहिए और समाज में अपनी भागीदारी को बढ़ाना चाहिए।
कार्यक्रम में सभी ने अपने-अपने विचार रखे और बाबा साहब के पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में नरेश बाबू वाल्मीकि, गिरीश चंद्रा, राधा वाल्मीकि, विजय कुमार, रमित कुमार, विलास बाबू, निशा चौहान, एड.गायत्री चौहान आदि मौजूद रहे।