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सलमान के गांव पहुंचे अदनान मियां, की आर्थिक मदद
बरेली। नबीरा-ए-आला हज़रत व ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी आज दोपहर बाद क्योलड़िया के म्योड़ी ख़ुर्द कलाँ गाँव पहुँचे और पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर अपनी जान देने वाले सलमान के परिजनों से मिले। सलमान के पिता को 11 हज़ार रुपये का चेक देने अलावा उनसे पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। नबीरा-ए-आला हज़रत ने कहा कि इस मामले में जिन पुलिसकर्मियों की भूमिका है। उनके ख़िलाफ़ आला अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि सही मायने में इंसाफ मिल सके। उन्होंने सलमान की तीन बहनों के निकाह का इंतज़ाम करने की बात भी कही।
नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी का क़ाफ़िला दोपहर बाद सलमान के गाँव पहुँचा। उनके आने की ख़बर सुनते ही आसपास से बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। सलमान के पिता ने नबीरा-ए-आला हज़रत को बताया कि क्योलड़िया थाना में तैनात इंस्पेक्टर श्रवण कुमार ने कई बार सलमान को थाने बुलाकर बुरी तरह पीटा और धमकाया कि इस बारे में किसी को बताया तो और बुरा हाल किया जाएगा। फिर 30 अप्रैल को जब इंस्पेक्टर श्रवण कुमार का फोन आया तो सलमान बुरी तरह घबरा गया और ख़ौफ़ के मारे ग़श खाकर ज़मीन पर गिर गया। बहुत पूछने पर उसने अपनी चोटें दिखाईं।
परिवार ने तय किया कि अगली सुबह कुछ ज़िम्मेदार लोगों के साथ अधिकारियों से मिलेंगे मगर सुबह होते ही सलमान ने ख़ौफ़ में आकर फाँसी लगाकर जान दे दी। सलमान के पिता ने बताया कि उन्होंने उधार-क़र्ज़ लेकर इंस्पेक्टर को साढ़े 55 हज़ार की रिश्वत भी दी मगर अपने बेटे को नहीं बचा सके। उन्होंने बताया कि उन्होंने इंस्पेक्टर श्रवण कुमार के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए तहरीर दी थी मगर जिस लड़की को ले जाने के शक में सलमान को पुलिस ने बुरी तरह पीटा था, उसी के परिवार के तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई, मगर उन्हें भी अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। सलमान के पिता बरेली पहुँचकर पुलिस के आला अधिकारियों से भी मिले मगर आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
नबीरा-ए-आला हज़रत ने पूरी बात सुनकर सलमान के पिता और पूरे परिवार को इंसाफ देने की माँग उठाई है। उन्होंने कहा कि जिसका जवान बेटा हमेशा के लिए छीन लिया गया, उसकी शिकायत भी दर्ज नहीं होगी तो क़ानून का राज कैसे क़ायम होगा, लोगों के दिल में पुलिस का इक़बाल कैसे जगह बनाएगा ? मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने आरएसी ट्रस्ट की ओर से सलमान के परिवार को 11 हज़ार रुपये का चेक सौंपा और कहा कि उनकी क़ानूनी मदद भी की जाएगी। सलमान की छह बहनों में से तीन का निकाह नहीं हुआ है। इन तीनों के निकाह का इंतज़ाम करने की बात भी नबीरा-ए-आला हज़रत ने सलमान के पिता से कही।
नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अदनान रज़ा ने कहा कि आरएसी की टीम जल्द ही पुलिस के आला अधिकारियों से मिलेगी और इंस्पेक्टर श्रवण कुमार के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई कराई जाएगी। मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी के क़ाफ़िले में मुफ्ती उमर रज़ा साहब, हाफिज़ इमरान रज़ा बरकाती, मुशाहिद रफ़त, अब्दुल लतीफ कुरैशी, अमीक रज़ा, मौलाना सय्यद सफदर रज़ा, मौलाना इदरीस रजा, सय्यद मुशर्रफ, सईद सिब्तैनी, अरशद रज़ा, फुरक़ान रज़ा, गुल हसन, मुज़फ्फर अली, उवैस ख़ाँ, मुहम्मद सरताज, मुहम्मद आरिफ, मुहम्मद इमरान, पवनीत सिंह आदि शामिल रहे। गाँव पहुँचने पर नबीरा-ए-आला हज़रत से मिलने वालों में तसव्वर ख़ाँ, मौलाना याक़ूब, नूर अहमद, ज़हीरउद्दीन, मटरू, महमूद, सईद अहमद, इसरार अहमद, हाजी बशीरउद्दीन, मुहम्मद पप्पू, मुहम्मद मुशर्रफ़, मुहम्मद चमन, कौसर, अशफ़ाक़ अंसारी, ज़ाकिर हुसैन, सरताज हुसैन, इम्तियाज़ हुसैन, नाज़िम हुसैन आदि शामिल रहे।
