बरेली। नौमहला शरीफ स्थित दरगाह नासिर मियाँ परिसर में अकीदतमंदों का सुबह से ताँता लगा रहा। साबिर महफ़िल में समां में कव्वालों ने साबिर पाक की शान में कलाम पढ़े। साबरी लंगर के बाद दोपहर एक बजे साबिर पाक रहमतुल्लाह अलेह के 757 वें उर्स के आगाज़ के लिये बरेली से साबरी झण्डा पैदल काफिला जो 37 वीं बार रवाना हुआ। सूफी वसीम मियाँ साबरी नासरी और हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी ने बताया कि हर वर्ष दरगाह ख़्वाजा नासिर मियाँ से झण्डा लेकर पैदल काफिला रवाना होता है।
समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी ने बताया कि पैदल चलने वालों ने हाथों में बेनर लेकर हिंदुस्तान की आवाम को पैग़ाम दिया है। यह पैगाम हर शहर और गाँव तक पैदल काफिल के माध्यम से दिया जाएगा।
एक रहो नेक बनो।
सौहार्द के लिये एकजुट रहो
हम सब आपस मे भाई भाई।
पढ़ो और पढ़ाओ
देश को मजबूत बनाओ।
इस्लाम का एक ही सन्देश
पड़ोसी का ख़्याल रखो।
सोशल मीडिया पर गलत पोस्टो को इग्नोर एवं डिलीट करो।
संविधान की रक्षा
सबकी की सुरक्षा।
गरीबो बेसहारो का सहारा बनो,मदद करो।
यह काफिला बरेली के नॉवल्टी चौराहा, कुतुबखाना, किला, रामपुर, मुरादाबाद, हरिद्वार, ज्वालापुर होते हुए 23 अगस्त को कलियर शरीफ पहुंचेगा। 24 अगस्त की सुबह दरगाह साबिर पाक के सज्जादानशीन हज़रत शाह अली एजाज़ कुद्दूसी साबरी अलीशाह मियाँ के दस्ते मुबारक से झण्डा कुशाई की रस्म अदा की जाएगी।
उर्स की रस्में चांद देखकर अदा होंगी।
मेहमाने खास में
बा-इज़ाज़त दरगाह साबिर पाक के सज्जादानशीन हज़रत शाहअली एजाज़ कुद्दुसी साबरी,सरपरस्ती दरगाह पानीपत के सज्जादानशीन हज़रत हाफ़िज़ मेराज हुसैन साबरी,हज़रत शाह यावर एजाज कुद्दुसी साबरी कलियर शरीफ़ ,ज़ेरे सदारत दरगाह नासिर मियाँ के सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा सुल्तान अहमद साबरी नासरी,ख़्वाजा सलमान अहमद नासरी,ख़्वाजा शयान अहमद नासरी खास तौर पर रहे। इस मौके पर नॉवल्टी चौराहे पर बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक एवं समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी,शादाब रज़वी ने फूलो से इस्तक़बाल किया।कुमार टॉकीज़,आज़मनगर, कुतुबखाना पर अहमद उल्लाह वारसी ने स्वागत किया। किला पर अमन कमेटी के क़दीर अहमद और हाजी मिर्ज़ा अज़हर बेग ने स्वागत किया।
इस मौके पर सूफी वसीम मियाँ साबरी नासरी,हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी,पम्मी ख़ाँ वारसी,शाहिद रज़ा नूरी,शाहिद साबरी नासरी,अनीस साबरी ,शाहिद रज़ा नूरी,फ़िरोज़ साबरी,सलीम साबरी
शमशाद साबरी,दिलशाद कल्लन मियाँ साबरी,इमरान साबरी, कासिम, रेहान,रिज़वान नन्ना मियाँ,हाजी ज़हीन खान,अतीक साबरी, राजा साबरी, इमरान साबरी, नासिर साबरी, पप्पू ,तनवीर,शादाब आदि सहित बड़ी संख्या में अकीदतमंद शामिल रहे। मिलाद ख़्वानी में मौलाना अफसर ने नाते पढ़ी। नायब सज्जादानशीन हज़रत ख्वाजा सलमान मियाँ नासरी ने मुबारकबाद देते हुए खैरियत की दुआ की।
