BAREILLY
पुलिस ने ब्लड की काला बाजारी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़ , गरीबों को बना रहे थे शिकार
बरेली। कोतवाली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो गरीब, लाचार, नशे के शिकार और मजबूर लोगों को पैसे का लालच देकर उनका खून निकलवाता था और उसे अवैध रूप से ऊंचे दामों पर बेचता था। इस अमानवीय कृत्य को अंजाम देने वाले चार अभियुक्तों को पुलिस ने आईएमए ब्लड बैंक के पास से रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक नगर मानुष पारिक के नेतृत्व व क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम आशुतोष शिवम के पर्यवेक्षण में की गई।
रात्रि गश्त के दौरान कोतवाली पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि कुछ लोग आईएमए ब्लड बैंक के पास गरीब व लाचार व्यक्तियों को पैसे का लालच देकर उनका खून निकलवाने की फिराक में हैं। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने मौके पर दबिश दी और चार व्यक्तियों को हिरासत में लिया जो मजदूरों व नशे के शिकार लोगों को पैसे देकर उनका खून दिलवाने की बात कर रहे थे। जिसमें प्रेमनाथ पुत्र रामबूबा निवासी ताडीखाना, बरेली, धीरेन्द्र शर्मा पुत्र महेन्द्रपाल निवासी इंदिरा नगर बरेली , अभय पुत्र नरेन्द्र निवासी अभयपुर बरेली ब्लड बैंक में सफाई कर्मी, विनीत पुत्र रविन्द्र निवासी अभयपुर बरेली ब्लड बैंक में सफाई कर्मी को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे रेलवे स्टेशन, मजदूर चौक, और अन्य स्थानों से गरीब , नशेड़ी व्यक्तियों को 1000–2000 रुपये का लालच देकर लाते थे और आईएमए ब्लड बैंक में उन्हें अपना रिश्तेदार बताकर रक्त दिलवाते थे। ब्लड प्राप्त होने के बाद उसे ऊंचे दामों पर अवैध रूप से बेच दिया जाता था। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में उनि नितिन राणा , हेका रवाब मियां , हेका जसवीर , कांस्टेबल निखिल कुमार मौजूद थे।
