BAREILLY
पम्मी वारसी बने दरगाह नासरी के प्रवक्ता, सज्जादानशीन ने सौंपा मनोनयन पत्र
समाजसेवा और अकीदतमंदी को मिली पहचान, अकीदतमंदों ने दी मुबारकबाद
बरेली। दरगाह नासिर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह के सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा सुल्तान अहमद मियाँ नासरी साबरी अल क़ादरी ने प्रसिद्ध समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी को दरगाह का प्रवक्ता नियुक्त किया है। उनकी सेवाओं, सूफियाना अकीदतमंदी और समाज में सद्भाव को बढ़ावा देने के कार्यों को देखते हुए यह अहम जिम्मेदारी दी गई।
दरगाह परिसर स्थित मस्जिद नोमहला शरीफ़ में हुए इस कार्यक्रम में सज्जादानशीन ने पम्मी वारसी को मनोनीत पत्र सौंपकर दुआओं से नवाज़ा। इस दौरान बड़ी संख्या में अकीदतमंद और दरगाह से जुड़े लोग मौजूद रहे।
120 वर्षों पुरानी है दरगाह, देश-विदेश में हैं अकीदतमंद
दरगाह नासिर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह की साबरी खानकाह लगभग 120 वर्षों से सूफी परंपरा और आध्यात्मिकता की मिसाल रही है। यह दरगाह विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक कलियरी से आध्यात्मिक रूप से जुड़ी है। हर वर्ष होने वाले उर्स-ए-पाक की शुरुआत दरगाह नासिर मियाँ के परचम के साथ होती है।
नायब सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा सलमान मियाँ नासरी ने पम्मी ख़ाँ वारसी के लिए रूहानी तरक्की और बेहतरीन मुस्तकबिल की दुआ की।
प्रमुख शख्सियतें रहीं मौजूद, दीं मुबारकबाद
इस अवसर पर दरगाह के प्रमुख सूफी व बुजुर्ग शामिल रहे। जिनमें ख़्वाजा वसीम मियाँ नासरी साबरी, हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी, सूफी वसीम मियाँ साबरी नासरी, अंजुम नासरी, वारिस नासरी, गुलफाम नासरी, सलीम साबरी, नईम साबरी और रिज़वान मियाँ आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
सभी ने पम्मी वारसी को उनकी नई जिम्मेदारी पर दिली मुबारकबाद दी और उम्मीद जताई कि वे दरगाह की सूफियाना विरासत को और अधिक बुलंदियों तक पहुंचाएंगे।
