बरेली में दबंगई: मेडिकल स्टोर मालिक और किराना व्यापारी पर हमला, दुकान में आगजनी और रंगदारी वसूली के आरोप

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BAREILLY

बरेली में दबंगई: मेडिकल स्टोर मालिक और किराना व्यापारी पर हमला, दुकान में आगजनी और रंगदारी वसूली के आरोप

बरेली। देवरनियां थाना क्षेत्र के कठर्रा ढाल इलाके में रंगदारी और दबंगई का खौफनाक मामला सामने आया है। आरोप है कि दबंग प्रवृत्ति के दो भाई और उनके साथियों ने एक मेडिकल स्टोर संचालक व किराना दुकानदार से रंगदारी मांगी, रकम न देने पर हमला किया और दुकान में आगजनी कर दी। पीड़ितों ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली को अलग-अलग प्रार्थना पत्र देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की गुहार लगाई है।

पहला मामला मेडिकल स्टोर संचालक प्रीतम सिंह का है। उनके मुताबिक, कठर्रा ढाल पर विशाल मेडिकल स्टोर नाम से उनकी दुकान है। इलाके के दबंग मयंक वर्मा और शशांक वर्मा दो साल से लगातार रंगदारी मांगते रहे हैं और अब तक पचास हजार रुपये वसूल भी चुके हैं। पीड़ित का कहना है कि 17 और 18 अगस्त को दोनों भाई उनकी दुकान पर आए और पांच लाख रुपये की व्यवस्था करने को कहा। धमकी दी कि यदि रकम नहीं दी गई तो दुकान नहीं चलने देंगे। 19 अगस्त की सुबह जब प्रीतम दुकान पर सफाई कर रहे थे, तभी आरोपियों ने करीब दर्जनभर साथियों के साथ पहुंचकर पड़ोसी दुकानदार राजीव की दुकान में आग लगा दी। प्रीतम ने इसकी सूचना राजीव को दी तो आरोपी बुरी तरह बौखला गए।

पीड़ित के अनुसार, आरोपियों ने गाली-गलौज करने के बाद उन पर छुरी और रॉड से हमला किया। हमले में प्रीतम के सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आईं। इतना ही नहीं, हमलावरों ने तमंचे से फायरिंग भी की, उनकी मोटरसाइकिल और दुकान में रखे सामान को तोड़फोड़ कर करीब पचास हजार रुपये का नुकसान किया। घटना के दौरान प्रीतम का मोबाइल और बैग में रखे 5,500 रुपये भी लूट लिए गए। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पीड़ित ने थाने जाकर तहरीर दी, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने उनकी शिकायत पूरी तरह दर्ज नहीं की और आरोपियों पर केवल कुछ धाराएं लगाकर खानापूर्ति कर दी। पीड़ित का कहना है कि आरोपियों का पुलिस में अच्छा उठना-बैठना है और वे अपने नाजायज कामों से पुलिस को हिस्सा देते हैं। इसी वजह से गिरफ्तारी नहीं हो रही और लगातार उन्हें धमकियां मिल रही हैं।

दूसरा मामला पड़ोसी दुकानदार राजीव कुमार का है, जिनकी खाटूश्याम कन्फैक्शनरी नाम से दुकान है। राजीव ने प्रार्थना पत्र में बताया कि उनकी दुकान से आरोपी शशांक वर्मा, मयंक वर्मा और उनके साथी अकसर बिना पैसे दिए सामान लेते हैं। करीब एक हजार रुपये का बकाया मांगने पर 18 अगस्त की रात 9:50 बजे शशांक और उसके साथियों ने मारपीट की और गाली-गलौज की। पुलिस मौके पर पहुंची तो मामूली कार्रवाई कर मामला दबा दिया।

राजीव के अनुसार, अगले दिन सुबह 6:30 बजे मेडिकल स्टोर संचालक प्रीतम सिंह ने फोन करके सूचना दी कि उनकी दुकान में आग लगाई जा रही है। जब राजीव ने अपने चचेरे भाई मुकेश को मौके पर भेजा तो आरोपियों ने उस पर भी रॉड और छुरी से हमला कर दिया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। बाद में थाना देवरनियां में मुकदमा दर्ज तो हुआ, लेकिन पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने तहरीर अपनी मर्जी से लिखवाई और आरोपियों को फायदा पहुंचाया। अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और लगातार धमकियां दी जा रही हैं।

दोनों घटनाएं एक-दूसरे से महज 10-15 मीटर की दूरी पर घटीं। पीड़ितों का कहना है कि आरोपियों ने घटना के बाद सोशल मीडिया पर शराब पीते हुए वीडियो भी डाले, जिससे साफ होता है कि वे खुलेआम कानून को चुनौती दे रहे हैं। इलाके में इनके आतंक के कारण कोई भी गवाही देने को तैयार नहीं है।

पीड़ितों ने एसएसपी बरेली से गुहार लगाई है कि आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी हो और उन्हें व उनके परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार बढ़ रही दबंगई और रंगदारी की घटनाओं से व्यापारियों में दहशत है। फिलहाल पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठ रहे हैं और पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद में वरिष्ठ अधिकारियों के दरवाजे खटखटा रहे हैं।

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