बरेली। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष चौधरी सोमवीर सिंह के नेतृत्व में साथ में मोहम्मद इकबाल एडवोकेट ने 13 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय में सिटी मजिस्ट्रेट को दिया। जिसमें उन्होंने गन्ना किसानों के भुगतान न किए जाने पर रोष प्रकट करते हुए बताया कि गन्ना मिलों ने अभी तक किसानों का गन्ने का भुगतान नहीं किया है। कुछ किसानों का पिछले 8-10 साल का बकाया है। गन्ना मिल वाले किसानों की रकम रोक लेते हैं और समय से उसका भुगतान नहीं करते हैं।
गन्ना का भुगतान ब्याज सहित किया जाये किसान आर्थिक तंगी मे हैं किसान अपने बच्चों की शादी शिक्षा दवाई इलाज कैसे कराये, कीटनाशक और यूरिया खाद की कालाबाजारी और नकली खाद की बिक्री से किसान परेशान हैं। फसल बोने के समय किसान को यूरिया डीएपी एनपीके आदि समय से नहीं मिल पाती है। उसकी उपलब्धता को समय से कराया जाए, ग्रामीण बैंक फतेहगंज पश्चिमी के स्टाफ बैंक मैनेजर ने बाहरी लोगों से मिलकर के फर्जी डेयरी लोन की रकम निकाल और किसानों को कर्जदार बना दिया मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
प्रत्येक वर्ष लाखों पौधों का वृक्षारोपण किया जाता है किंतु उसकी देखभाल नहीं की जाती है केवल नाम मात्र को फोटो वीडियो बनाकर खाना पूरी कर दी जाती है और पौधों की देखभाल नहीं की जाती है उन्होंने पौधों की देखभाल करने की समुचित व्यवस्था की मांग की है एक पेड़ मां के नाम से जो कार्यक्रम चलाया गया। उसके साथ एक पेड़ पिता के नाम भी वृक्षारोपण किया जाना चाहिए ताकि बच्चों की तरह उसकी देखभाल की जा सके। उन्होंने कहा पौधारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा की जाए उन्हें बंदर जंगली जानवरों से बचाया जाए।
किसानों के लिए किसी भी प्रजाति के वृक्ष की कटाई के लिए परमिट की कीमत ₹500 की जाए फसल को जंगली जानवर जैसे नीलगाय जंगली सूअर आदि नुकसान पहुंचा रहे हैं। इनको रोकने के लिए किसानों को शूटिंग परमिट दिया जाए, खनन माफिया पिछले कई वर्षों से खेतों की मिट्टी रात्रि में जबरन उठाकर अपना कारोबार कर रहे हैं इससे खेती की जमीन को खतरा पैदा हो गया है खनन माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी किसान यूनियन टिकैत ने मांग की है। और खेत की प्रत्येक मेड़ पर वृक्ष लगाए जाने चाहिए। ज्ञापन देने वालों में यासीन मलिक, पंकज कुमार शर्मा, चौधरी सुधीर कुमार बालियान, चौधरी शिशुपाल सिंह, मदन लाल गंगवार, सुनील यादव, चौधरी सतेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।
